यह पहली किताब है जो समझाती है कि कैसे व क्यों सबकुछ सायकोलॉजी है तथा जीवन का सबसे प्रमुख सवाल “क्या मेहनत व प्रयत्न जरूरी है” का जवाब भी देती है। क्योंकि परेशानी यह कि इतनी मेहनत और प्रयत्न के बाद भी जीवन सेट नहीं हो रहा है। तो क्या इतनी मेहनत और कोशिशें जरूरी हैं?
इसीका जवाब देते हुए यह किताब पहली बार ‘डूइंग व हैपनिंग’ के विज्ञान और सायकोलॉजी को समझाती है क्योंकि ‘न करने के कारण’ इतनी परेशानी नहीं खड़ी हो रही है, जितनी ‘जरूरत से ज्यादा करने के कारण’। जबकि अचीवर्स सबकुछ स्वयं करने की बजाए अपने जीवन में बहुत कुछ होने दे रहे हैं। सरल भाषा में बेस्टसेलिंग लेखक दीप त्रिवेदी द्वारा लिखित किताब “सबकुछ सायकोलॉजी है” ब्रह्मांड तथा जीवन के कई अनकहे रहस्य निम्नलिखित बातों के जरिए बताती है:
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