डोंगरी से दुबर्इ तक मुम्बर्इ माफिया के इतिहास को सिलसिलेवार तरीके से दर्ज करने की पहली कोशिश है। डोंगरी के एक साधारण से लड़के के दुबर्इ जाकर एक डान में तब्दील हो जाने की यह कहानी अपनी रोमांचक किस्सागोर्इ के सहारे इस लड़के के दुस्साहस, कुटिलता, एकाग्रता, महत्वकांक्षा और ताकत की हवस की दास्तान पेश करती है। जबरदस्त शोध के बाद लिखी गर्इ यह किताब पूरी गहरार्इ और तफसील के साथ माफिया की वर्चस्व की लड़ाइयों और एक दूसरे को नेस्तनाबूत कर देने की उसकी रणनीतियों का ब्योरा पेश करती है।
[Source: Manjul Publishing]
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